Tuesday, September 8, 2015

 
ॐ..केवल 1 शब्द नहीं है। यह 3 शब्दों से बना है। अ+उ+म्। इन तीन शब्दों का अर्थ भी अलग-अलग है। अ का मतलब है उत्पन्न होना। उ से तात्पर्य विकास और म् का अर्थ उड़ना या उठना है। ॐ शब्द ब्रहमाण्ड की उत्पत्ति का एक कारक है। इस शब्द में कई बीमारियों को ठीक करने की अदभुद शक्ति है। यह कई रोगों को जड़ से खत्म कर देता है। वैदिक वाटिका आप को बताएगा ॐ के फायदे।

ॐ ध्वनी के फायदे

थायरायड में
ॐ शब्द का उच्चारण करने से गले में कंपन पैदा होता है। जो सीधे थायरायड ग्रंथी पर प्रभाव डालता है। इस वजह से थायरायड में फायदा मिलता है।

तनाव के लिए
ॐ ध्वनी सीधे दिमाग की नसों पर प्रभाव डालती है। जिस वजह से तनाव धीरे-धीरे कम होने लगता है। और लगातार ॐ ध्वनी का प्रयास करते रहने से तनाव पूरी तरह से दूर हो जाता है।

खून के प्रभाव में
ॐ ध्वनी से शरीर में खून का प्रवाह ठीक तरह से होता है। साथ ही यह हृदय संबंधी बीमारियों को दूर करने में सहायक है।

घबराहट में
जिन लोगों को घबराहट की समस्या है या श्वांस संबंधी रोग है वे ॐ का उच्चारण करें। लाभ जरूर मिलेगा।

फेफड़ों की समस्या में
ॐ के उच्चारण में इतनी शक्ति है कि वह फेफड़ों की समस्या को भी ठीक कर सकता है यह फेफड़ों को मजबूत बनाता है। कुछ प्राणायमों के साथ ॐ का उच्चारण करने से फायदा मिलता है।

ॐ और रीढ़ की हड्डी
ॐ शब्द के उच्चारण से जो ध्वनी तंरगे पैदा होती हैं। उससे शरीर में कंपन आता है और यह कंपन रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करके इसकी क्षमता को बढ़ता है।

ॐ और थकान की समस्या
यदि काम से काफी थक गएं हो तो थोड़ी देर बैठकर ॐ का उच्चारण करें यह थकान को जल्दी ठीक कर देती है।

ॐ के नियमित उच्चारण से पाचन शक्ति तेज होती है और पेट की समस्याएं भी नहीं होती हैं।

नींद की समस्या में ॐ
जिन लोगों को नींद न आने की परेशानी होती हो वे रात को सोते समय नींद आने तक मन में ॐ उच्चारण करें।


ॐ बेहद शक्तिशाली शब्द है जिसका फायदा न केवल आपका ध्यान केंद्रित करता है बल्कि आपको कई गंभीर बीमारीयों से भी बचाता है। इसलिए ॐ शब्द का प्रयोग हमेशा करते रहें। वैदिक वाटिका आपकी अच्छी सेहत के लिए आप तक जानकारी पहुंचाता रहेगा।
 

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